दिल्ली की गृहिणी सुमन सुखीजा (45) ने अपने खाली समय को एक मकसद में बदल दिया और बिना किसी वैज्ञानिक पृष्ठभूमि के, अपने 10x10 फीट के कमरे से ‘ऑरेंज हर्ब’ (Orange Herb) ब्रांड खड़ा कर दिया। यह ब्रांड आज दुर्लभ कॉर्डिसेप्स मशरूम (कीड़ा जड़ी) का उत्पादन करता है और सालाना ₹40 लाख रुपये का कारोबार करता है। आज वह 1,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षित कर रही हैं और महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता के लिए प्रेरित कर रही हैं।
खालीपन से उपजा एक बड़ा विचार
वर्षों तक, सुमन का जीवन परिवार और घरेलू जिम्मेदारियों के इर्द-गिर्द केंद्रित रहा। जब उनके बच्चे आत्मनिर्भर हुए, तो उन्हें अचानक लंबा खालीपन महसूस हुआ। उन्होंने खुद से कहा, "यह खाली समय नकारात्मकता में नहीं बदलना चाहिए। मुझे कुछ सार्थक बनाना चाहिए।"
इस विचार ने उन्हें मशरूम की खेती के वीडियो देखने के लिए प्रेरित किया। शुरू में बटन और ऑयस्टर मशरूम में दिलचस्पी थी, लेकिन मुरथल में पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान, उनका ध्यान दुर्लभ कॉर्डिसेप्स मिलिटैरिस (Cordyceps militaris), जिसे कीड़ा जड़ी भी कहा जाता है, की ओर गया। यह औषधीय मशरूम ऊर्जा, प्रतिरक्षा और सहनशक्ति बढ़ाने के लिए विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है।
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₹11 लाख का नुकसान, फिर 10x10 रूम बना प्रयोगशाला
जनवरी 2018 में विशेष प्रशिक्षण लेने के बाद, सुमन ने अपने घर के 100 वर्ग फुट के कमरे को प्रयोगशाला में बदल दिया। शुरुआती निवेश ₹11 लाख रुपये था। हालांकि, अनुभव की कमी के कारण उनका पहला पूरा बैच खराब हो गया। यह दिल तोड़ने वाला था, लेकिन उन्होंने इसे सबक माना और फिर से शुरुआत की।
उन्होंने साफ-सफाई के कड़े प्रोटोकॉल अपनाए, हर उपकरण को स्टरलाइज किया और वैज्ञानिक प्रक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित किया। उनकी मेहनत रंग लाई और पहली सफल कटाई (200-250 ग्राम) हुई। 2020 में, वह दिल्ली के द्वारका में एक बड़ी 250 वर्ग फीट की प्रयोगशाला में शिफ्ट हो गईं और बेटे राहुल के शामिल होने से ऑपरेशंस में मदद मिली।
₹40 लाख का टर्नओवर और मेंटरशिप
2021 में, ग्राहकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने पर उन्होंने अपने उत्पादों को औपचारिक रूप देने के लिए 'ऑरेंज हर्ब' ब्रांड लॉन्च किया। यह ब्रांड अब प्रति साइकिल 16 से 20 किलो कॉर्डिसेप्स का उत्पादन करता है। वर्तमान में, ब्रांड की सालाना बिक्री ₹40 लाख रुपये तक पहुँच गई है, जिसमें केसर (Saffron) से ₹4-5 लाख का अतिरिक्त योगदान है।
सुमन ने 2019 में इच्छुक उद्यमियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किया, जिसमें वह अब तक एक हजार से अधिक लोगों को प्रशिक्षित कर चुकी हैं। आज वह एक गृहिणी से सफल व्यवसायी, प्रशिक्षक और मेंटर बन चुकी हैं। वह कहती हैं, "अगर मैं 10x10 के कमरे से यह सब बना सकती हूं, तो कोई भी कर सकता है।"

