तकनीकी नवाचार का जलवा! मध्यप्रदेश के सागर जिले के युवा नवप्रवर्तक उत्कर्ष सेन (संस्थापक) और कृष्णा जैन (सह-संस्थापक) ने हैदराबाद में आयोजित एशिया के सबसे बड़े AI समिट में भाग लेकर भारत का शानदार प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने जापान और चीन सहित 21 देशों के प्रतिभागियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा की।
कचरे से खेती! AI प्रोजेक्ट ने किया कमाल
इस प्रतिष्ठित समिट में दोनों युवाओं ने हाइड्रोपोनिक्स के लिए कचरा पुनः उपयोग (Garbage Reuse) पर आधारित AI प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य कचरे को उपयोगी संसाधन में बदलकर पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना है। यह नवाचार बिना मिट्टी की खेती (Hydroponics) को और भी प्रभावी और पर्यावरण-अनुकूल बनाने पर केंद्रित है।
उनका यह इनोवेशन वैश्विक स्तर पर सराहा गया और यह केवल 11 अन्य देशों के साथ अगले राउंड के लिए चयनित हुआ है। इस प्रतियोगिता का अगला चरण दिसंबर 2026 में आयोजित किया जाएगा।
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छोटे शहर से इंटरनेशनल मंच तक
सागर जैसे छोटे शहर से निकलकर उत्कर्ष और कृष्णा का अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचना यह साबित करता है कि सच्ची लगन, नवाचार और तकनीकी सोच से विश्व-स्तरीय सफलता हासिल की जा सकती है। यह उपलब्धि न केवल दोनों युवाओं के लिए, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश और देश के लिए गर्व का विषय है।
उनकी भूमिकाएँ:
- उत्कर्ष सेन: संस्थापक (Founder)
- कृष्णा जैन: सह-संस्थापक (Co-Founder)
