पत्नी को सुरक्षित बाहर धकेला, फिर 3 सालियों को बचाने आग की लपटों में कूद गया पति; Goa हादसे में जल गया पूरा परिवार!

पत्नी को सुरक्षित बाहर धकेला, फिर 3 सालियों को बचाने आग की लपटों में कूद गया पति; Goa हादसे में जल गया पूरा परिवार!

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गोवा के अरपोरा इलाके में मशहूर नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ में लगी भीषण आग ने एक हंसते-खेलते परिवार की जिंदगी को सिर्फ पंद्रह मिनट में खत्म कर दिया। गाजियाबाद और दिल्ली से छुट्टियां मनाने आए एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। परिवार की एकमात्र बची सदस्य भावना जोशी आज जिंदा तो हैं, लेकिन उन्होंने अपना पूरा संसार खो दिया है।

पलभर में बदली खुशियों की शाम

शनिवार देर रात भावना अपने पति विनोद कुमार और तीन बहनों अनिता, सरोज और कमला के साथ नाइटक्लब में दाखिल हुई थीं। यह गोवा यात्रा उनके लिए खुशियों और सुकून से भरे पलों का तोहफा थी। लेकिन क्लब में कदम रखते ही अचानक आग भड़क उठी। चारों तरफ अफरातफरी मच गई और धुआं व लपटें तेजी से फैलने लगीं।

पत्नी को बाहर धकेला और खुद वापस लौटे विनोद

पुलिस के मुताबिक, जैसे ही हालात बिगड़े, विनोद कुमार ने बिना देर किए अपनी पत्नी भावना को मेन एंट्री गेट की ओर धकेल दिया। दमघोंटू धुएं से बेहाल भावना किसी तरह बाहर गिरीं और बेहोशी जैसी हालत में जमीन पर बैठ गईं। लेकिन विनोद बाहर नहीं रुके। क्लब के अंदर उनकी तीन साली आग के बीच फंसी हुई थीं।

पत्नी को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद, विनोद एक पल भी नहीं रुके और बाकी लोगों को बचाने के लिए वापस आग की लपटों में लौट गए। लेकिन नियति ने उन्हें दूसरा मौका नहीं दिया। आग ने विनोद और तीनों बहनों को निगल लिया।

हाथ में बजता रहा पत्नी का आखिरी कॉल

बाहर खड़ी भावना कुछ समझ नहीं पा रही थीं। वह बार-बार अपने पति का फोन मिलाती रहीं, जो लगातार बजता रहा। जब विनोद का शव बाहर लाया गया, तो उसका मोबाइल फोन अब भी उसके हाथ में था और भावना का आखिरी कॉल उसमें लगातार जा रहा था। उस पल के बाद से भावना के जीवन में बस सन्नाटा बचा है।

बच्चों से छिपाई जा रही है सच्चाई

जिस छुट्टी की शुरुआत हंसी से हुई थी, उसका अंत विलाप में बदल गया। परिवार के परिजन रातोंरात गोवा के लिए रवाना हो गए। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक रिश्तेदार ने रोते हुए बताया कि घर पर उनके बच्चे इंतजार कर रहे हैं और किसी में इतनी हिम्मत नहीं कि बच्चों को सच्चाई बताई जा सके। परिजनों ने अभी तक बच्चों को सिर्फ इतना बताया है कि दो मौसियों की मौत हो गई है और दो लोग लापता हैं।

भावना आज अकेली हैं, लेकिन वह एक ऐसे पति के बलिदान की वजह से जिंदा हैं, जिसने दूसरों की जान बचाने के लिए खुद को आग के हवाले कर दिया। यह हादसा सिर्फ एक आग की घटना नहीं, बल्कि उस साहस, प्रेम और बलिदान की कहानी भी है, जहां एक आदमी ने अपनी जान देकर अपनी पत्नी को नई जिंदगी दी, लेकिन खुद अपने परिवार के साथ हमेशा के लिए राख हो गया।

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