केरल के त्रिशूर जिले की फ्रैंसी जोशीमोन की कहानी इस बात का सबूत है कि इनोवेशन और दृढ़ संकल्प से किसी भी त्रासदी को सफलता में बदला जा सकता है। उन्होंने एक व्यक्तिगत दुख को एक सफल बिज़नेस में बदल दिया, जो आज न केवल स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद तैयार करता है, बल्कि स्थानीय महिलाओं को सशक्त भी बनाता है।
पिता को कैंसर होने के बाद लिया बड़ा फैसला
फ्रैंसी जोशीमोन के उद्यम का जन्म एक दुखद व्यक्तिगत अनुभव से हुआ। साल 2018 में उनके पिता को कैंसर का पता चला। पिता के सक्रिय और स्वस्थ जीवन जीने के बावजूद रोग से ग्रस्त होने के बाद परिवार ने इसकी वजह तलाशी। निष्कर्ष यह निकला कि भोजन में मौजूद पेस्टिसाइड, केमिकल और प्रिजर्वेटिव जैसे हानिकारक तत्व ही इसके कारण थे।
पिता को कैंसर से बचाने के संघर्ष में फ्रैंसी को इम्यूनिटी बढ़ाने वाले प्रिजर्वेटिव-मुक्त खाद्य पदार्थ आसानी से नहीं मिले। हालांकि, 2019 में पिता के निधन के बाद, केवल 12वीं तक पढ़ी फ्रैंसी ने एक दृढ़ संकल्प लिया। उन्होंने तय किया कि वह लोगों को सुरक्षित और स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छे खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराएंगी।
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'मिन्नस' ब्रांड से शुरू किया ऑर्गेनिक फूड का बिज़नेस
फ्रैंसी के इसी जुनून ने उनके सफल ऑर्गेनिक फूड व्यवसाय ‘मिन्नस फ्रेश फूड प्रोडक्ट्स’ की नींव रखी। 2019 में उन्होंने अपने घर से इस स्टार्टअप की शुरुआत की।
यह उद्यम न केवल ऑर्गेनिक खाद्य उत्पाद, खासकर कटहल-आधारित आइटम बनाता है, बल्कि कुदुम्बश्री की महिलाओं को रोजगार और वित्तीय स्थिरता देकर ग्रामीण सशक्तीकरण का भी एक बड़ा उदाहरण बन गया है। इस तरह, फ्रैंसी ने न केवल अपने जुनून को सफलता दिलाई है, बल्कि अनगिनत महिलाओं के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव लाया है।
