चीन सीमा पर भारत की बड़ी 'सुरक्षा क्रांति'! PM मोदी 22 सितंबर को करेंगे अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे का शिलान्यास

चीन सीमा पर भारत की बड़ी 'सुरक्षा क्रांति'! PM मोदी 22 सितंबर को करेंगे अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे का शिलान्यास

Title

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश में एक ऐतिहासिक और रणनीतिक परियोजना की शुरुआत करने जा रहे हैं। वे 42,000 करोड़ रुपये के मेगा प्रोजेक्ट अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे का शिलान्यास करेंगे। यह 1,840 किलोमीटर लंबी दो-लेन वाली सड़क भारत-चीन सीमा के साथ-साथ चलेगी, जो नाफ्रा (तवांग) से विजयनगर (चांगलांग) तक फैलेगी।

LAC पर बढ़ेगी भारत की ताकत

मैकमोहन लाइन के समानांतर बन रहा यह हाईवे (एनएच-913) अरुणाचल प्रदेश के उन सबसे दूरस्थ और संवेदनशील इलाकों को जोड़ेगा, जहां तक पहुंचना बेहद मुश्किल है। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ भारतीय सेना की तैनाती को तेज करेगा, बल्कि सीमा सुरक्षा को भी मजबूत करेगा। सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच, यह सड़क सैनिकों की आवाजाही को बहुत आसान बना देगी।

विकास और रोजगार के नए द्वार

यह हाईवे सिर्फ सुरक्षा के लिए ही नहीं है, बल्कि यह सीमावर्ती गांवों में आर्थिक क्रांति भी लाएगा। इससे पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। पीएम मोदी अपने इस दौरे में सिर्फ हाईवे का शिलान्यास नहीं करेंगे, बल्कि इटानगर में 'वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम' के दूसरे चरण का भी उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम के तहत 122 सीमावर्ती गांवों में 2,205 करोड़ रुपये की लागत से सड़कें, बिजली और टेलीकॉम जैसी सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी।

इसके अलावा, 186 एमडब्ल्यू ततो-I और 240 एमडब्ल्यू हियो हाइड्रो प्रोजेक्ट्स की भी नींव रखी जाएगी, और तवांग में एक एकीकृत कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन होगा, जो अरुणाचल को एक सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र बनाएगा। यह प्रोजेक्ट अरुणाचल प्रदेश को म्यांमार सीमा तक भी जोड़ेगा, जिससे पूर्वोत्तर का यह इलाका देश की मुख्यधारा से और मजबूती से जुड़ पाएगा।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने