सिर्फ 50 कर्मचारियों के साथ शुरू किया था काम, आज 220 करोड़ का टर्नओवर! कागज बनाकर करोड़ों कमा रहा ये शख्स

सिर्फ 50 कर्मचारियों के साथ शुरू किया था काम, आज 220 करोड़ का टर्नओवर! कागज बनाकर करोड़ों कमा रहा ये शख्स

Title

क्या एक छोटे शहर से बड़ा सपना देखकर कोई करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर सकता है? उत्तर प्रदेश के चांदपुर में रहने वाले अरविंद कुमार मित्तल ने यह कर दिखाया है। 1998 में महज 50 कर्मचारियों के साथ एक छोटी सी पेपर बनाने वाली यूनिट शुरू करने वाले अरविंद आज 220 करोड़ के टर्नओवर वाली कंपनी के मालिक हैं। उनका जुनून और मेहनत आज कई लोगों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।

कैसे शुरू हुआ यह सफर?

अरविंद मित्तल ने चांदपुर पेपर नाम से अपनी कंपनी की शुरुआत की। आज, उनकी कंपनी चांदपुर एंटरप्राइजेज लिमिटेड के नाम से रजिस्टर्ड है और 20 एकड़ में फैली है। यहां 400 से ज्यादा लोग काम करते हैं। कंपनी हर दिन 140 टन पेपर बनाती है, जिसमें मुख्य रूप से क्राफ्ट पेपर और पैकेजिंग के लिए इस्तेमाल होने वाला MG पेपर शामिल है। यह पेपर जूतों, साबुन, खाने की चीजों और अन्य औद्योगिक उत्पादों की पैकेजिंग में काम आता है।

पर्यावरण का भी रखते हैं ख्याल

अरविंद मित्तल का बिजनेस सिर्फ मुनाफे पर ही नहीं, बल्कि पर्यावरण पर भी ध्यान देता है। उनकी कंपनी हर साल 35,000 टन बेकार कागज को रीसाइकिल करती है और प्रतिदिन 5 लाख लीटर पानी को साफ करके सिंचाई के लिए इस्तेमाल करती है। कंपनी कोयले की जगह गन्ने से निकले 'बगास' और प्लाईवुड इंडस्ट्री से मिलने वाले बायोमास जैसे पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल करती है, जिससे 962 टन CO2 उत्सर्जन कम हुआ है।

शुरुआती मुश्किलें और सफलता का सफर

अरविंद ने अपने बहनोई देवेश कुमार सिंघल के साथ मिलकर इस बिजनेस को आगे बढ़ाया। शुरुआती दिनों में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। अरविंद बताते हैं कि सबसे बड़ी मुश्किलें पैसे का इंतजाम करना और उत्तर प्रदेश में बिजली की अनियमित सप्लाई थीं।

हालांकि, इन मुश्किलों ने उन्हें रुकने नहीं दिया। पहले साल में 3-4 करोड़ रुपये का टर्नओवर करने वाली उनकी कंपनी ने 2014 तक 45 करोड़ और 2018 तक 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया। आज उनका टर्नओवर 220 करोड़ रुपये है। उनकी कंपनी के 90% ग्राहक 27 क्षेत्रीय वितरक हैं, जबकि 10% बड़े कॉर्पोरेट क्लाइंट हैं। यह कहानी साबित करती है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने