दिल्ली की एक युवा उद्यमी, प्रीतिका सिंह, ने अपनी सूझबूझ और मेहनत से सफलता की एक शानदार कहानी लिखी है। सिर्फ 26 साल की उम्र में अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर उन्होंने जो दांव खेला, वह अब एक करोड़ो के टर्नओवर वाले ब्रांड में बदल गया है। उनकी यह सफलता कई युवाओं के लिए एक प्रेरणा है।
पिता की सलाह से शुरू हुआ सफर
दिल्ली की रहने वाली प्रीतिका ने 2016 में अर्न्स्ट एंड यंग में 22,000 रुपये प्रति माह की नौकरी से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने लंदन से इंटरनेशनल मार्केटिंग में MSc की डिग्री हासिल की और एक हेल्थकेयर कंपनी में 50,000 रुपये प्रति माह की सैलरी पर काम किया। एक बिजनेस फैमिली से आने के कारण उनका मन हमेशा से ही कुछ अपना करने का था। अपने पिता की सलाह पर, उन्होंने जनवरी 2020 में अपनी नौकरी छोड़ी और मार्च 2020 में "मोह" (Mohh) नाम से अपना ऑनलाइन फर्नीचर ब्रांड शुरू किया।
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लॉकडाउन को बनाया मौका
मार्च 2020 में जब देशभर में लॉकडाउन लगा, तो कई बिजनेस ठप हो गए थे। लेकिन प्रीतिका ने इस चुनौती को एक मौके में बदल दिया। उन्होंने और उनकी टीम ने महसूस किया कि 'वर्क फ्रॉम होम' के बढ़ते चलन से स्टडी टेबल और डेस्क की भारी मांग होगी। उन्होंने तुरंत "WFH सीरीज" के तहत नए डिजाइन लॉन्च किए। तस्वीरों की जगह CGI (कंप्यूटर-जनरेटेड इमेजरी) का इस्तेमाल कर 3D मॉडल वेबसाइट पर अपलोड किए गए। मई 2020 में वेबसाइट लाइव हुई और जून में उन्हें पहला ऑर्डर मिला, जिसने साबित कर दिया कि उनका फैसला सही था।
करोड़ों का टर्नओवर, बिना फिजिकल स्टोर
शुरुआती महीने में 3.5 लाख रुपये से शुरू हुई बिक्री लगातार बढ़ती गई। आज, 5 साल के भीतर, उनका टर्नओवर बढ़कर 3.7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। "मोह" पूरी तरह से ऑनलाइन और 'मेड-टू-ऑर्डर' मॉडल पर काम करता है, जिससे उन्हें कोई फिजिकल स्टोर नहीं रखना पड़ता। उनके पास 900 से अधिक उत्पादों की रेंज है, और वे ग्राहकों को कस्टमाइजेशन का विकल्प भी देती हैं। इसके अलावा, उनका ब्रांड कई बड़े ऑफिस और स्कूलों के लिए फर्नीचर प्रोजेक्ट भी संभालता है। प्रीतिका की यह कहानी दिखाती है कि कैसे सही समय पर लिया गया एक जोखिम भरा फैसला जिंदगी बदल सकता है।