प्रेरणादायक सफर: यह कहानी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के डेन्यूब ग्रुप (Danube Group) के फाउंडर रिजवान साजन की है। मुंबई के घाटकोपर की एक झुग्गी में जन्मे रिजवान ने वह गरीबी देखी है जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं। आज उनका कारोबार 40 से ज्यादा देशों में फैला है और टर्नओवर ₹33,000 करोड़ ($4 Billion) को पार कर चुका है।
16 साल की उम्र में सिर से उठा पिता का साया
रिजवान के पिता एक मामूली नौकरी करते थे। परिवार बड़ा था, इसलिए वे घाटकोपर के एक चॉल में रहते थे। रिजवान ने घाटकोपर के मशहूर 'फातिमा कॉनवेंट स्कूल' में पढ़ाई की, लेकिन स्कूल के अमीर बच्चों के साथ कैंटीन में खाने के लिए पैसे नहीं थे। इसके लिए उन्होंने सुबह 4 बजे उठकर दूध और अखबार बांटना शुरू किया ताकि महीने के 100-150 रुपये कमा सकें।
1980 में एक दुर्घटना में उनके पिता की मौत हो गई। 12वीं के बाद पढ़ाई छूट गई और पूरे घर की जिम्मेदारी 16 साल के रिजवान पर आ गई। उन्होंने दिवाली पर पटाखे और रक्षाबंधन पर राखियां बेचीं। यही वह दौर था जब उनकी 'सेलिंग स्किल्स' (बेचने की कला) ने उन्हें एक मंझा हुआ सेल्समैन बना दिया।
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कुवैत की 'लॉटरी' और युद्ध का खौफ
1982 में रिजवान को कुवैत में सेल्समैन की नौकरी मिली। उनकी प्रतिभा ऐसी थी कि 1,500 दीनार की पगार कुछ ही सालों में 15,000 दीनार हो गई। उन्होंने लग्जरी गाड़ियां खरीदीं, घर बनवाया और बहन की शादी की। लेकिन 1990 में सद्दाम हुसैन के कुवैत पर हमले ने सब उजाड़ दिया। उन्हें जान बचाकर कार्गो प्लेन से वापस मुंबई भागना पड़ा।
मुंबई में डिग्री न होने के कारण उन्हें कोई नौकरी नहीं मिली। हार मानकर उन्होंने दुबई में रहने वाले अपने एक पुराने दोस्त को मदद के लिए खत लिखा और 1993 में दुबई पहुंच गए।
डेन्यूब नदी से मिला कंपनी का नाम
दुबई में हार्डवेयर बेचते-बेचते उन्होंने अपनी खुद की कंपनी शुरू करने का रिस्क लिया। जब वे यूरोप के दौरे पर थे, तो उन्हें वहां की 'डेन्यूब' (Danube) नदी इतनी पसंद आई कि उन्होंने अपनी कंपनी का नाम उसी पर रख दिया।
- 2006: सेनेटरी ब्रांड 'मिलानो' लॉन्च किया।
- 2008: 'डेन्यूब होम' के साथ होम फर्नीशिंग में कदम रखा।
- 2014: रियल एस्टेट सेक्टर में धमाकेदार एंट्री।
शाहरुख खान के साथ हाथ मिलाया, एक दिन में ₹5000 करोड़ की सेल!
आज रिजवान साजन की कंपनी में 6,000 से ज्यादा लोग काम करते हैं। उनकी सफलता का आलम यह है कि बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान भी उनके प्रोजेक्ट्स का हिस्सा हैं। हाल ही में उन्होंने 'शाहरुख़्ज़ बाय डेन्यूब' (SHAH RUKH’Z by Danube) नाम का एक विशाल कमर्शियल टॉवर लॉन्च किया, जो महज एक दिन में पूरा बिक गया। इस एक दिन की बिक्री से कंपनी को करीब 5,000 करोड़ रुपये का बिजनेस मिला।
आज उनका बेटा आदिल साजन कंपनी के एमडी के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहा है। रिजवान साजन की कहानी साबित करती है कि अगर आपके पास हुनर और हिम्मत है, तो एक झुग्गी का लड़का भी दुनिया का नक्शा बदल सकता है।
