जब प्रेरणा डांगी को जमी हुई झरना (Frozen Waterfalls) नहीं मिलते, तो वह बर्फ से ढकी चोटियों को फतह करने निकल पड़ती हैं। यह उनकी जिंदगी जीने का तरीका है।
स्टॉक कांगड़ी से लेकर माउंट डेनाली (Mt Denali) तक, उनका सबसे मुश्किल सफर खुद के शरीर को लेकर लोगों के पूर्वाग्रहों का सामना करना था। लेकिन पहाड़ों ने उन्हें और मजबूत बना दिया।
अक्सर बर्फ पर अकेली महिला
पहाड़ों पर अक्सर बर्फ पर अकेली महिला होने के बावजूद, उन्होंने ठंड, डर और संदेह को पीछे छोड़ते हुए अपनी राह बनाई।
प्रेरणा डांगी अब CLAW के माध्यम से दूसरों को मार्गदर्शन देती हैं, खासकर महिलाओं को। वह उन्हें यह कहने में मदद करती हैं, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं यह कर सकती हूँ।"
पर्वतों ने दी ताकत
प्रेरणा डांगी ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया कि शारीरिक बाधाएं केवल मन में होती हैं। उनके लिए पहाड़ सिर्फ एक काम नहीं, बल्कि आत्म-विश्वास और सशक्तिकरण का प्रतीक बन गए हैं।
