राहुल गांधी का बड़ा आरोप: 'एक सीट पर 1 लाख वोट चोरी! फर्जी वोटों ने कैसे पलटा चुनाव?', देखें चौंकाने वाले खुलासे

राहुल गांधी का बड़ा आरोप: 'एक सीट पर 1 लाख वोट चोरी! फर्जी वोटों ने कैसे पलटा चुनाव?', देखें चौंकाने वाले खुलासे

राहुल गांधी का बड़ा आरोप: 'एक सीट पर 1 लाख वोट चोरी! फर्जी वोटों ने कैसे पलटा चुनाव?', देखें चौंकाने वाले खुलासे

एक सीट का डेटा और एक लाख वोटों की चोरी का आरोप... राहुल गांधी ने बताया कैसे पड़े 'फर्जी वोट'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनावी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी द्वारा फर्जी वोटर्स की पहचान के लिए कराई गई जांच का विस्तृत ब्योरा मीडिया के सामने रखा। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि वोट संविधान की नींव है, लेकिन सवाल यह है कि क्या सही लोगों को वोट देने का अधिकार मिल रहा है, या फिर फर्जी मतदाताओं को लिस्ट में जोड़ा जा रहा है?

राहुल गांधी ने कहा, "हमने चुनाव आयोग से डिजिटल वोटर लिस्ट मांगी, लेकिन आयोग मदद करने को तैयार नहीं था। वोटिंग सेंटर्स की सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने की बात चुनाव आयोग की तरफ से की गई और यह सब बहुत हैरानी वाला था।"

'सबूत पाने के लिए कांग्रेस ने कराई जांच'

राहुल गांधी ने बताया कि जब बैलेट पेपर से वोट पड़ते थे, तो पूरा देश एक दिन में वोट करता था। लेकिन अब EVM से वोटिंग होने के कारण यूपी-महाराष्ट्र जैसे राज्यों में 5-5 चरणों और महीने भर में वोटिंग हो पाती है। उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां सिर्फ पांच महीने के भीतर पांच साल से ज्यादा नए वोटर जुड़े। राहुल गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र में लोकसभा में उनका गठबंधन जीतता है, लेकिन विधानसभा चुनाव में नतीजे एकदम उलट हो जाते हैं। विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए वोटर मतदान करते हैं, जबकि लोकसभा में ऐसा नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों से गड़बड़ी का शक हुआ, जिसके बाद कांग्रेस ने अपनी जांच शुरू की, क्योंकि उनके पास पहले कोई सबूत नहीं था। "हमने चुनाव आयोग से पूछा कि महाराष्ट्र में एक करोड़ नए वोटर कहां से आए? लोकसभा में एक नतीजा, विधानसभा चुनाव में अलग नतीजा, यह कैसे हुआ? हमने चुनाव आयोग से इसका जवाब मांगा।"

'EC ने नहीं दी डिजिटल वोटर लिस्ट'

राहुल गांधी ने बताया कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग से डिजिटल वोटर लिस्ट मांगी थी, लेकिन आयोग ने मदद करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वोटिंग सेंटर्स की सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने की बात चुनाव आयोग की तरफ से कही गई, जो बेहद हैरानी वाली है। "आप 21वीं सदी में इतनी महत्वपूर्ण फुटेज को स्टोर नहीं कर पा रहे हैं, जबकि एक छोटी सी ड्राइव में बहुत सारा डेटा सेव किया जा सकता है।"

कांग्रेस नेता ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले कर्नाटक में जांच शुरू की, क्योंकि उनके सर्वे ने लोकसभा में 16 सीटों पर जीत बताई थी, लेकिन वे केवल 9 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाए। उन्होंने अपना ध्यान उन सात सीटों पर केंद्रित किया, जहां उन्हें हार मिली थी, और उनमें से एक सीट को जांच के लिए चुना।

'महादेवपुरा में एक लाख वोटों की चोरी'

राहुल गांधी ने खुलासा किया कि बेंगलुरु सेंट्रल की महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र की जांच की गई, जहां कांग्रेस को उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि "हमारे पास जो भी डेटा है, वह 2024 में चुनाव आयोग की तरफ से मुहैया कराया गया है, इसमें हमारा अपना कोई डेटा नहीं है।"

उन्होंने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 6,26,208 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी को 6,58,915 वोट हासिल हुए। यानी बीजेपी की जीत का अंतर 32,707 रहा।

राहुल गांधी ने आगे बताया कि बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा के अंतर्गत आने वाली महादेवपुरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस को 1,15,586 वोट मिले, जबकि बीजेपी को 2,29,632 वोट हासिल हुए। बीजेपी ने इस सीट पर 1,14,046 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि बीजेपी यहां सभी विधानसभा क्षेत्रों में हारती है, लेकिन सिर्फ एक महादेवपुरा सीट पर भारी वोटों से जीत दर्ज करती है, और इसी सीट की बदौलत लोकसभा सीट पर जीत दर्ज कर लेती है। "हमने इस सीट पर बीजेपी की जीत का अंतर, जो करीब 1.14 लाख से ज्यादा है, पर ही फोकस करके जांच शुरू की।"

इस तरह वोट चुराने का लगाया आरोप

उन्होंने कहा कि जांच के दौरान उन्हें 5 तरह की वोट चोरी का पता चला। इस सीट पर कुल मिलाकर 100250 वोटों की चोरी हुई है। इसमें शामिल हैं:

  • 11 हजार से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर्स
  • फेक पते वाले 40 हजार से ज्यादा वोटर्स
  • 10 हजार से ज्यादा एक पते वाले बल्क वोटर्स
  • फेक फोटो वाले चार हजार वोटर्स
  • फॉर्म 6 का गलत इस्तेमाल करने वाले 33 हजार से ज्यादा वोटर्स
पांच तरीकों से एक लाख वोटों की चोरी का आरोप

राहुल गांधी ने उदाहरण देते हुए बताया कि एक वोटर का वोट चार अलग-अलग बूथों पर मिला है। "एक शख्स आदित्य श्रीवास्तव हैं, जो महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बेंगलुरु अर्बन के वोटर हैं। इनका सेम फोटो, सेम एड्रेस के साथ चार अलग-अलग जगहों पर वोट बना हुआ है।" राहुल ने कहा कि ऐसे ही एक वोटर का नाम विशाल सिंह था, जिनका कर्नाटक में दो जगह वोट बना हुआ था और एक वोट वाराणसी में था। राहुल गांधी ने कहा कि "यह सिर्फ सैंपल है, बल्कि ऐसे हजारों-हजार लोग हैं।"

'वोटर्स के नाम के आगे फर्जी पता'

राहुल गांधी ने कहा कि वोटिंग सिस्टम में कई तरह की खामियां सामने आई हैं। किसी वोटर कार्ड में घर का पता ही नहीं है, और अगर है तो फर्जी पता लिखा गया है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे पतों का वेरिफिकेशन नहीं हो सका है। कार्ड पर दर्ज पते पर जाने पर पता चला कि वहां इस नाम का कोई रहता ही नहीं है। राहुल ने बताया कि "ऐसे 40 हजार वोटर हैं, जिनके पते में गड़बड़ी मिली है।"

राहुल गांधी ने अपने आरोप को दोहराते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी लोकसभा में सिर्फ 25 सीटों की बढ़त से देश के प्रधानमंत्री हैं, और बीजेपी ने जब एक सीट पर ही एक लाख से ज्यादा वोट चुराए हों, तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देशभर में क्या हुआ होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि "यह डेटा चुनाव आयोग का है और वह भी इस क्राइम में बराबर का हिस्सेदार है।" उन्होंने देश के युवाओं और मतदाताओं से अपील की कि वे देखें कि कैसे उनके साथ धोखा किया जा रहा है।

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