देश में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा गूंज रहा है, लेकिन दिल्ली से महज 25 किलोमीटर दूर ग्रेटर नोएडा में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक बहू, निक्की को उसके ससुराल वालों ने दहेज के लिए जिंदा जला दिया। इस वारदात ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हैरानी की बात यह है कि इस जघन्य अपराध में निक्की का पति, सास, ससुर और देवर शामिल थे।
पुलिस की जांच में पता चला है कि इस खौफनाक वारदात की शुरुआत एक मर्सिडीज कार से हुई। निक्की के मायके वालों ने हाल ही में एक नई चमचमाती मर्सिडीज कार खरीदी थी। यह देखकर ससुराल वालों की लालच और बढ़ गई। उन्होंने निक्की के परिवार से 35 लाख रुपये या वैसी ही एक गाड़ी की मांग की। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो उन्होंने निक्की पर जुल्म करना शुरू कर दिया।
मासूम बेटे ने किया खुलासा
सबसे दिल दहलाने वाली बात यह है कि इस पूरी घटना का चश्मदीद निक्की का 5 साल का बेटा था। उसने कैमरे पर बताया कि कैसे उसके पापा ने पहले मम्मी को चांटा मारा, फिर उनके ऊपर कुछ डाला और फिर लाइटर से आग लगा दी। बच्चे के इस बयान ने पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में मदद की। इस दौरान निक्की की बड़ी बहन कंचन ने मोबाइल से जुल्म का वीडियो भी रिकॉर्ड किया, जो बाद में वायरल हो गया।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। सभी आरोपी घर छोड़कर भाग गए थे, लेकिन पुलिस ने एक-एक करके उन्हें धर दबोचा। निक्की का पति विपिन भागते समय पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया था। बाद में उसकी मां दया, भाई रोहित और पिता सतबीर भी गिरफ्तार कर लिए गए। ये सभी एक सामान्य परचून की दुकान चलाते हैं, जबकि निक्की के पिता का अच्छा खासा कारोबार है। एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल दहेज के कारण औसतन 7000 मौतें होती हैं। यह मामला एक बार फिर समाज में व्याप्त इस बुराई को उजागर करता है।