कोलकाता में आयोजित ASMITA खेलो इंडिया महिला वेटलिफ्टिंग लीग में एक अभूतपूर्व नजारा देखने को मिला, जब एक ही प्लेटफॉर्म पर, एक ही दिन मां और बेटी दोनों ने गोल्ड मेडल जीतकर यह साबित कर दिया कि ताकत खून में और पीढ़ियों तक चलती है। यह सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक विरासत है।
19 साल की बेटी ने पहले उठाया गोल्ड
जब उनकी बेटी का नाम सबसे पहले पुकारा गया, तो 19 वर्षीय राज्यश्री ने मंच पर कदम रखा। उन्होंने 58 किलोग्राम वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उनकी यह जीत, सालों की मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम थी।
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कोच के रूप में काम करने वाली माँ भी बनीं चैंपियन
बेटी की जीत के कुछ ही देर बाद, उनकी माँ राखी हाल्दर मंच पर आईं। राखी हाल्दर न केवल एक अनुभवी वेटलिफ्टर हैं, बल्कि छह बार अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने वाली खिलाड़ी भी हैं, जो अब एक कोच के रूप में भी काम करती हैं। उन्होंने 69 किलोग्राम वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया।
उस पल, पोडियम पर दो पीढ़ियाँ खड़ी थीं, जिन्होंने एक ही दिन डबल गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया। यह जीत सिर्फ़ मेडल नहीं थी, बल्कि सुबह की जल्दी उठकर की गई मेहनत, अनुशासन, दर्द भरी मांसपेशियों, उम्मीद और दशकों से साझा किए गए सपने का प्रतीक थी। यह सच में एक अविस्मरणीय विरासत है!
